Bollinger Band 15 Min Zero Hero Trading Strategy
(Bollinger Band 15 Min जीरो हीरो
ट्रेडिंग रणनीति)
नमस्कार दोस्तों! स्वागत है आपका एक और ब्लॉग में आज हम ट्रेडिंग की एक और स्ट्रैटिजी के बारे में बात करेंगें। स्टॉक मार्किट में जो भी ऑप्शन ट्रेड करते हैं, वो एक्सपायरी डे के हीरो जीरो ट्रेड के बारे में जानते हैं। आज हम बात करेंगे “Expiry Day” में होने वाले एक विशेष प्रकार के ट्रेड के बारे में, जिसे हम ” Zero Hero” ट्रेड कहते हैं। यह ट्रेड विशेष रूप से विकल्प व्यापार (option trading) में किया जाता है और इसमें एक नए प्रकार के स्ट्रैटेजी का उपयोग किया जाता है।
Zero Hero Trade एक स्पष्ट लक्ष्य के साथ किया जाता है – एक स्टॉक ऑप्शन की कीमत को जीरो (zero) तक पहुँचाना या घटाना। इसमें विकल्प खरीदने और बेचने की सरल स्ट्रैटेजी होती है जिससे ट्रेडर को बहुत बड़ी मुनाफा हो सकता है।
एक्सपायरी डे में जीरो हीरो ट्रेड लेने का एक फायदा यह हैं कि इस दिन ऑप्शन का प्राइस काफी कम होता हैं और यदि आपको ट्रेड के सही दिशा की जानकारी हैं तो आप हीरो जीरो ट्रेड से अच्छा प्रॉफिट कमा सकते हैं। आप कम पैसे लगा कर अच्छा पैसा कमा सकते हैं। तो आइये बात करते हैं एक स्ट्रैटिजी की जिसका नाम हैं Bollinger Band 15 Min Zero Hero Trading Strategy
तो आइये समझते हैं इस स्ट्रेटेजी को, जैसा की नाम से पता चलता है Bollinger band तो हमें अपने चार्ट में bollinger band लगाना होगा। अपने चार्ट में bollinger band लगाने के लिए आपको ये steps को फॉलो करना होगा।
सबसे पहले, अपने ट्रेडिंग प्लेटफ़ॉर्म को ओपन करें। आपके पास जो भी प्लेटफ़ॉर्म है, उसमें बोलिंजर बैंड्स का ऑप्शन होगा।
जिस स्टॉक या इंस्ट्रुमेंट पर आप बोलिंजर बैंड्स लगाना चाहते हैं, उसे सिलेक्ट करें। इसके लिए आपके प्लेटफ़ॉर्म पर “सिम्बल” या “इंस्ट्रुमेंट” का ऑप्शन होगा।
आपके ट्रेडिंग प्लेटफ़ॉर्म में एक सेक्शन होगा जिसमें आप विभिन्न इंडिकेटर्स जोड़ सकते हैं। यह सेक्शन आमतौर पर “इंडिकेटर्स” या “स्टडीज” के नाम से होता है।
इंडिकेटर्स सेक्शन में जाने के बाद, आपको बोलिंजर बैंड्स को सेलेक्ट करना होगा। यह आमतौर पर ‘बोलिंजर बैंड्स’ या ‘बोलिंजर बैंड्स %B’ के नाम से होगा।
Bollinger Band
इसके साथ आपने इंडीकेटर्स में 10 day Moving average and Pivot Point भी सेलेक्ट करना हैं। जैसा कि नीचे दिखाया गया है।जैसा कि नीचे दिखाया गया है।
इन तीनों इंडीकेटर्स को सेलेक्ट करने के बाद आपको यह ध्यान यह रखना है कि इस स्ट्रेटेजी का प्रयोग आपने 1:30PM के बाद करना है। एक्सपायरी टाइम (3:30PM) के जितना करीब यह सेटअप मिलेगा उतना है ज़्यदा प्रॉफिट होने के chances बढ़ जायेंगे क्योकि एक्सपायरी के दिन ऑप्शन का प्रीमियम बहुत जल्दी गलता है, माने कम होता जाता है। हीरो जीरो का यह सेटअप आपको हर एक्सपायरी में नहीं मिलेगा लेकिन जिस दिन यह सेटअप मिला उस दिन आपको निश्चित है प्रॉफिट दिलाएगा।
तो आइए जानते है इस स्ट्रेटेजी को कैसे प्रयोग करना है:-
सबसे पहले जिस इंडेक्स की एक्सपायरी हैं उसका चार्ट ओपन करना है इसके लिए हमें 15 Min का Time Frame select करना हैं, जिसमे Pivot Point, Bollinger Band और 10 day moving average हैं। 15 Min के चार्ट पर यदि कोई कैंडल Bollinger Band से बाहर निकल जाये तो हमें अपने ट्रेड के लिए तैयार रहना है।
Bollinger Band
आइये नीचे दिए गए example से इसे समझने की कोशिश करते हैं।
यह Nifty Bank का 15 Min का चार्ट हैं। जैसा कि आप सभी जानते हैं कि Nifty Bank की Weekly Expiry Wednesday को होती हैं, चार्ट में आप देख सकते हैं 14 Feb (expiry day) 2:45 PM की कैंडल एक bearish candle बनी है जो bollinger band के upper band को क्रॉस करके बनी है। जैसे ही प्राइस कैंडल के low को ब्रेक करे हमें सबसे पास के ऑप्शन पर ट्रेड करना हैं और जैसे है प्राइस 10 EMA के पास पहुंचे हमें अपना प्रॉफिट बुक कर लेना है।यहाँ पर आप देख सकते है 46056 का low break करने पर 10 Day moving average 45760 पर हैं, तो यहाँ पर आप 46000 का put ले सकते है और 45760 आपको अपना प्रॉफिट बुक करना हैं।
Bollinger Band
ट्रेड लेते समय हमें यह भी धयान रखना हैं कि uppar band और 10 EMA में 100 से 200 पॉइंट्स का gap हो। जिससे हमारे ऑप्शन जीरो से हीरो बन जाये। इस ट्रेड में प्रॉफिट बुक करना भी बहुत जरुरी हैं क्युकी प्रीमियम बहुत तेजी से कम होता हैं। यह एक और example हैं हीरो जीरो ट्रेड का
इसी प्रकार आप विपरीत ट्रेड भी ले सकते हैं मतलब यदि bollinger band के लोअर बैंड के बाहर bullish candle बने तो आप उस कैंडल का हाई पार करते ही आपने nearest कॉल ऑप्शन को buy करना है और १० EMA पर प्रॉफिट बुक कर लेना है।
अब आप इस सेटअप को observe कर सकते हैं और आपको यह लगता है कि इसके द्वारा आप प्रॉफिट कमा सकते हैं तो इसे try कर सकते हैं। आज के लिए इतना है अब next blog में किसी और स्ट्रेटेजी के बारे में बात करेंगें।